मौर्य साम्राज्य: परीक्षा उपयोगी नोट्स (हिंदी में)
मौर्य साम्राज्य का अवलोकन
मौर्य साम्राज्य (322 ई.पू. – 185 ई.पू.) प्राचीन भारत का सबसे शक्तिशाली और विशाल साम्राज्य था, जिसकी स्थापना चन्द्रगुप्त मौर्य ने की थी। इस साम्राज्य ने भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश हिस्से को एकीकृत किया और कला, संस्कृति, प्रशासन, और धर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सम्राट अशोक इस वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक था, जिसने बौद्ध धर्म को अपनाकर विश्व स्तर पर इसका प्रचार किया।
मौर्य साम्राज्य के प्रमुख बिंदु
1. स्थापना और चन्द्रगुप्त मौर्य
- संस्थापक: चन्द्रगुप्त मौर्य (जन्म: 345 ई.पू., मृत्यु: 298 ई.पू.)।
- नंद वंश का अंत: चन्द्रगुप्त ने चाणक्य (कौटिल्य/विष्णुगुप्त) की सहायता से मगध के नंद शासक घनानंद को हराकर 322 ई.पू. में मगध की राजगद्दी हासिल की।
- सेल्यूकस निकेटर पर विजय: 305 ई.पू. में चन्द्रगुप्त ने यूनानी सेनापति सेल्यूकस निकेटर को हराया। संधि के तहत सेल्यूकस ने अपनी पुत्री कार्नेलिया की शादी चन्द्रगुप्त से की और चार प्रांत (काबुल, कंधार, हेरात, मकरान) सौंपे। चन्द्रगुप्त ने 500 हाथी सेल्यूकस को उपहार में दिए (प्लूटार्क के अनुसार)।
- जैन धर्म: चन्द्रगुप्त जैन धर्म का अनुयायी था और उसने जैन गुरु भद्रबाहु से दीक्षा ली। उसने अपना अंतिम समय कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में उपवास द्वारा बिताया।
- मेगास्थनीज और इंडिका: सेल्यूकस का राजदूत मेगास्थनीज चन्द्रगुप्त के दरबार में रहा और उसने इंडिका पुस्तक लिखी, जिसमें मौर्य प्रशासन और समाज का वर्णन है।
- चाणक्य की भूमिका: चाणक्य चन्द्रगुप्त के प्रधानमंत्री बने और अर्थशास्त्र लिखा, जो प्रशासन, अर्थनीति, और कूटनीति पर आधारित है।
- युद्ध का वर्णन: चन्द्रगुप्त और सेल्यूकस के युद्ध का वर्णन एप्पियानस ने किया।
2. बिन्दुसार
- उत्तराधिकारी: चन्द्रगुप्त का पुत्र बिन्दुसार 298 ई.पू. में मगध की गद्दी पर बैठा।
- उपनाम: बिन्दुसार को अमित्रघात (शत्रु विनाशक) कहा जाता था। जैन ग्रंथों में उसे सिंहसेन और वायुपुराण में भद्रसार या वारिसार कहा गया।
- आजीवक सम्प्रदाय: बिन्दुसार आजीवक सम्प्रदाय का अनुयायी था।
- विदेशी संबंध: सीरियन शासक एंटियोकस-I ने बिन्दुसार के दरबार में डाइमेकस नामक राजदूत भेजा, जो मेगास्थनीज का उत्तराधिकारी था।
- तक्षशिला विद्रोह: बिन्दुसार के शासनकाल में तक्षशिला में दो विद्रोह हुए, जिन्हें दबाने के लिए पहले सुसीम और फिर अशोक को भेजा गया।
- अनुरोध: एथीनियस के अनुसार, बिन्दुसार ने एंटियोकस से मदिरा, सूखे अंजीर, और एक दार्शनिक भेजने का अनुरोध किया।
- विजय: बौद्ध विद्वान तारानाथ के अनुसार, बिन्दुसार ने 16 राज्यों पर विजय प्राप्त की।
3. सम्राट अशोक
- गद्दी: बिन्दुसार के बाद अशोक 269 ई.पू. में मगध की गद्दी पर बैठा। उस समय वह अवन्ति का राज्यपाल था।
- नाम: मास्की और गुर्जरा अभिलेखों में अशोक का नाम अशोक मिलता है, जबकि पुराणों में उसे अशोकवर्धन कहा गया।
- कलिंग युद्ध: अशोक ने अपने अभिषेक के 8वें वर्ष (261 ई.पू.) में कलिंग पर आक्रमण किया और इसकी राजधानी तोसली पर कब्जा किया। इस युद्ध में भयंकर नरसंहार से अशोक का हृदय परिवर्तन हुआ।
- बौद्ध धर्म: बौद्ध भिक्षु उपगुप्त ने अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी। अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजकर बौद्ध धर्म का प्रचार किया।
- आजीवकों के लिए गुफाएँ: अशोक ने आजीवकों के लिए बराबर पहाड़ियों में चार गुफाएँ (कर्ज, चोपार, सुदामा, विश्व झोपड़ी) बनवाईं। उसके पौत्र दशरथ ने नागार्जुन गुफा प्रदान की।
- अभिलेख: अशोक ने भारत में शिलालेखों का प्रचलन शुरू किया। इनमें ब्राह्मी, खरोष्ठी, ग्रीक, और अरमाइक लिपियों का उपयोग हुआ। अभिलेख तीन प्रकार के हैं: शिलालेख, स्तम्भलेख, और गुहालेख।
- शिलालेखों की खोज: 1750 ई. में पाब्रेटी फेन्यैलर ने की। 1837 ई. में जेम्स प्रिन्सेप ने इन्हें पढ़ने में सफलता प्राप्त की।
- प्रमुख शिलालेख:
- पहला: पशुबलि की निंदा।
- दूसरा: मनुष्य और पशु चिकित्सा व्यवस्था।
- तीसरा: राजकीय अधिकारियों को हर 5वें वर्ष दौरे पर जाने का आदेश।
- पाँचवाँ: भेरीघोष के बजाय धम्मघोष और धर्म-महामात्रों की नियुक्ति।
- छठा: आत्म-नियंत्रण की शिक्षा।
- सातवाँ और आठवाँ: अशोक की तीर्थ-यात्राएँ।
- नवाँ: सच्ची भेंट और शिष्टाचार।
- ग्यारहवाँ: धम्म की व्याख्या।
- तेरहवाँ: कलिंग युद्ध और हृदय परिवर्तन।
- चौदहवाँ: धार्मिक जीवन के लिए प्रेरणा।
- स्तम्भलेख: 7 स्तम्भलेख (ब्राह्मी लिपि में)।
- प्रयाग स्तम्भलेख: पहले कौशाम्बी में, बाद में इलाहाबाद के किले में।
- दिल्ली-टोपरा और दिल्ली-मेरठ: फिरोजशाह तुगलक द्वारा दिल्ली लाए गए।
- रामपुरवा और लौरिया: चम्पारण, बिहार में।
- रुम्मिदेई: सबसे छोटा स्तम्भलेख, लुम्बिनी में भू-राजस्व घटाने की घोषणा।
- शार-ए-कुना: ग्रीक और अरमाइक लिपि में, कंधार में।
- विदेशी राजदूत: मिस्र के शासक टॉलमी II ने अशोक के दरबार में डियानीसियस नामक राजदूत भेजा।
- माता: अशोक की माता का नाम सुभद्रांगी था।
4. मौर्य प्रशासन
- प्रांत: साम्राज्य को 5 प्रांतों (चक्र) में बाँटा गया: उत्तरापथ (तक्षशिला), अवन्ति (उज्जयिनी), कलिंग (तोसली), दक्षिणापथ (सुवर्णगिरि), और प्राशी (पाटलिपुत्र)।
- प्रशासक: प्रांतों के प्रशासक कुमार या आर्यपुत्र कहलाते थे। छोटी इकाई विषय थी, जिसके प्रमुख विषयपति थे।
- ग्राम: सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई, जिसका मुखिया ग्रामीक था। गोप 10 ग्रामों का प्रभारी था।
- मंत्रिपरिषद: 12, 16, या 20 सदस्यों वाली परिषद सम्राट की सहायता करती थी।
- तीर्थ: अर्थशास्त्र में 18 शीर्षस्थ अधिकारियों (महामात्र) का उल्लेख है, जैसे मंत्री, पुरोहित, सेनापति, युवराज, आदि।
- नगर प्रशासन: मेगास्थनीज के अनुसार, नगर का प्रशासन 30 सदस्यों का मंडल करता था, जो 6 समितियों में बँटा था। प्रत्येक समिति में 5 सदस्य थे। कार्य: उद्योग, विदेशी देखभाल, कर वसूली, आदि।
- गुप्तचर: संस्था (स्थायी) और संचार (भ्रमणशील) गुप्तचर थे। गुप्तचर विभाग महामात्य सर्प के अधीन था।
- न्याय: जनपदीय न्यायालयों में राजूक न्यायाधीश थे।
- कर: बिक्री कर 10% था, कर चोरी पर मृत्युदंड।
5. मौर्य सेना
- संरचना: चन्द्रगुप्त की सेना में 50,000 अश्वारोही, 9,000 हाथी, 8,000 रथ, और 60,000 पैदल सैनिक थे (जस्टिन/प्लूटार्क)।
- प्रबंधन: 6 समितियाँ सेना का रखरखाव करती थीं: जलसेना, यातायात, पैदल सैनिक, अश्वारोही, गजसेना, और रथसेना।
- नेतृत्व: सेनापति सैन्य विभाग का प्रमुख था, और युद्ध क्षेत्र में नायक सेना का नेतृत्व करता था।
6. सामाजिक संरचना
- मेगास्थनीज ने समाज को 7 वर्गों में बाँटा: दार्शनिक, किसान, अहीर, कारीगर, सैनिक, निरीक्षक, सभासद।
- स्वतंत्र वेश्याएँ रूपाजीवा कहलाती थीं।
7. मौर्य साम्राज्य का अंत
- अंतिम शासक: बृहद्रथ, जिसकी हत्या 185 ई.पू. में सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की।
- शुंग वंश: पुष्यमित्र ने मगध पर शुंग वंश की स्थापना की।
- कालावधि: मौर्य शासन 137 वर्ष (322 ई.पू. – 185 ई.पू.) तक रहा।
8. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- कश्मीर की सहायता: चन्द्रगुप्त ने नंद वंश के विनाश में कश्मीर के राजा पर्वतक से सहायता प्राप्त की।
- सीता भूमि: सरकारी भूमि। अदेवमातृक भूमि बिना वर्षा के उपजाऊ थी।
- अशोक की धम्म नीति: अहिंसा, सहिष्णुता, और नैतिकता पर आधारित। धर्म-महामात्र और स्त्री-महामात्र नियुक्त किए गए।
- अभिलेखों का महत्व: अशोक के अभिलेख इतिहास के प्राथमिक स्रोत हैं, जो प्रशासन, धर्म, और सामाजिक जीवन की जानकारी देते हैं।
मौर्य साम्राज्य और सम्राट अशोक क्विज
1. मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
सही उत्तर: (b) चन्द्रगुप्त मौर्य
चन्द्रगुप्त मौर्य ने 322 ई.पू. में नंद वंश को हराकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की। चाणक्य की रणनीति ने उन्हें मगध की गद्दी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2. चन्द्रगुप्त मौर्य का जन्म कब हुआ था?
सही उत्तर: (a) 345 ई.पू.
चन्द्रगुप्त का जन्म 345 ई.पू. में हुआ और उन्होंने 322 ई.पू. में मगध की गद्दी हासिल की। उनकी मृत्यु 298 ई.पू. में श्रवणबेलगोला में उपवास द्वारा हुई।
3. चन्द्रगुप्त मौर्य ने किस नंद शासक को हराया?
सही उत्तर: (b) घनानंद
चाणक्य की सहायता से चन्द्रगुप्त ने घनानंद को हराकर मगध पर कब्जा किया। चाणक्य ने घनानंद से अपमान का बदला लेने के लिए चन्द्रगुप्त को चुना।
4. चाणक्य द्वारा लिखित पुस्तक का नाम क्या है?
सही उत्तर: (b) अर्थशास्त्र
अर्थशास्त्र प्रशासन, अर्थनीति, और कूटनीति पर चाणक्य की रचना है। यह ग्रंथ मौर्य प्रशासन की संरचना को समझने का प्रमुख स्रोत है।
5. चन्द्रगुप्त मौर्य ने किस यूनानी शासक को 305 ई.पू. में हराया?
सही उत्तर: (c) सेल्यूकस निकेटर
चन्द्रगुप्त ने सेल्यूकस को हराकर चार प्रांत (काबुल, कंधार, हेरात, मकरान) प्राप्त किए। संधि के तहत सेल्यूकस ने अपनी पुत्री कार्नेलिया की शादी चन्द्रगुप्त से की।
6. चन्द्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस को कितने हाथी उपहार में दिए?
सही उत्तर: (c) 500
प्लूटार्क के अनुसार, चन्द्रगुप्त ने सेल्यूकस को 500 हाथी दिए। यह उपहार युद्ध के बाद संधि का हिस्सा था।
7. चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपना अंतिम समय कहाँ बिताया?
सही उत्तर: (c) श्रवणबेलगोला
चन्द्रगुप्त ने जैन धर्म अपनाकर श्रवणबेलगोला में उपवास द्वारा देह त्यागी। यह स्थान जैन धर्म का महत्वपूर्ण तीर्थ है।
8. चन्द्रगुप्त मौर्य ने किस जैन गुरु से दीक्षा ली?
सही उत्तर: (b) भद्रबाहु
भद्रबाहु ने चन्द्रगुप्त को जैन धर्म की दीक्षा दी। भद्रबाहु जैन धर्म के दिगंबर संप्रदाय के प्रमुख आचार्य थे।
9. मेगास्थनीज द्वारा लिखित पुस्तक का नाम क्या है?
सही उत्तर: (b) इंडिका
इंडिका में मौर्य समाज और प्रशासन का वर्णन है। मेगास्थनीज सेल्यूकस का राजदूत था।
10. चन्द्रगुप्त और सेल्यूकस के युद्ध का वर्णन किसने किया?
सही उत्तर: (b) एप्पियानस
एप्पियानस ने युद्ध और संधि का ऐतिहासिक वर्णन किया। यह युद्ध मौर्य साम्राज्य की शक्ति को दर्शाता है।
11. चन्द्रगुप्त मौर्य का उत्तराधिकारी कौन था?
सही उत्तर: (b) बिन्दुसार
बिन्दुसार 298 ई.पू. में मगध की गद्दी पर बैठा। वह चन्द्रगुप्त का पुत्र और अशोक का पिता था।
12. बिन्दुसार का उपनाम क्या था?
सही उत्तर: (b) अमित्रघात
अमित्रघात का अर्थ है शत्रु विनाशक। जैन ग्रंथों में बिन्दुसार को सिंहसेन कहा गया।
13. बिन्दुसार किस संप्रदाय का अनुयायी था?
सही उत्तर: (c) आजीवक
बिन्दुसार आजीवक संप्रदाय को मानता था। आजीवक संप्रदाय गोसाला मक्खलिपुत्र द्वारा स्थापित था।
14. वायुपुराण में बिन्दुसार को क्या कहा गया है?
सही उत्तर: (b) भद्रसार
वायुपुराण में बिन्दुसार को भद्रसार या वारिसार कहा गया। यह नाम उनके शक्तिशाली शासन को दर्शाता है।
15. बिन्दुसार के दरबार में सीरियन शासक एंटियोकस ने किस राजदूत को भेजा?
सही उत्तर: (b) डाइमेकस
डाइमेकस मेगास्थनीज का उत्तराधिकारी था। यह विदेशी संबंधों को दर्शाता है।
16. बिन्दुसार के शासनकाल में तक्षशिला में कितने विद्रोह हुए?
सही उत्तर: (b) दो
इन विद्रोहों को दबाने के लिए सुसीम और अशोक को भेजा गया। तक्षशिला उत्तरापथ प्रांत की राजधानी थी।
17. बिन्दुसार ने एंटियोकस से क्या माँगा?
सही उत्तर: (b) मदिरा, सूखे अंजीर, दार्शनिक
एथीनियस के अनुसार, बिन्दुसार ने यह अनुरोध किया। यह मौर्य साम्राज्य के वैभव को दर्शाता है।
18. बौद्ध विद्वान तारानाथ ने बिन्दुसार को कितने राज्यों का विजेता बताया?
सही उत्तर: (c) 16
तारानाथ ने बिन्दुसार को 16 राज्यों का विजेता माना। यह उनकी सैन्य शक्ति को दर्शाता है।
19. जैन ग्रंथों में बिन्दुसार को क्या कहा गया है?
सही उत्तर: (b) सिंहसेन
जैन परंपरा में बिन्दुसार को सिंहसेन नाम से जाना जाता है। यह नाम उनकी शक्ति और नेतृत्व को दर्शाता है।
20. तक्षशिला विद्रोह को दबाने के लिए बिन्दुसार ने पहले किसे भेजा?
सही उत्तर: (b) सुसीम
सुसीम के बाद अशोक को भेजा गया। अशोक ने इस विद्रोह को सफलतापूर्वक दबाया।
21. अशोक मगध की गद्दी पर कब बैठा?
सही उत्तर: (b) 269 ई.पू.
अशोक 269 ई.पू. में सम्राट बना। उस समय वह अवन्ति का राज्यपाल था।
22. अशोक को किस अभिलेख में ‘अशोक’ नाम से उल्लेखित किया गया है?
सही उत्तर: (b) मास्की और गुर्जरा
इन अभिलेखों में अशोक का नाम स्पष्ट रूप से मिलता है। अन्य अभिलेखों में उसे देवानांप्रिय कहा गया।
23. अशोक ने अपने अभिषेक के कितने वर्ष बाद कलिंग पर आक्रमण किया?
सही उत्तर: (b) 8वें
261 ई.पू. में अशोक ने कलिंग युद्ध लड़ा। इस युद्ध ने अशोक को बौद्ध धर्म की ओर प्रेरित किया।
24. कलिंग की राजधानी क्या थी?
सही उत्तर: (b) तोसली
अशोक ने तोसली पर कब्जा किया। कलिंग युद्ध में भारी नरसंहार हुआ।
25. अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा किसने दी?
सही उत्तर: (b) उपगुप्त
उपगुप्त बौद्ध भिक्षु थे जिन्होंने अशोक को बौद्ध धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया। अशोक ने इसके बाद बौद्ध धर्म का प्रचार किया।
मौर्य साम्राज्य और सम्राट अशोक क्विज (भाग 2)
25. अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा किसने दी?
सही उत्तर: (b) उपगुप्त
उपगुप्त बौद्ध भिक्षु थे जिन्होंने अशोक को बौद्ध धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया। अशोक ने इसके बाद बौद्ध धर्म का प्रचार किया।
26. अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए श्रीलंका में किसे भेजा?
सही उत्तर: (b) महेंद्र और संघमित्रा
अशोक के पुत्र और पुत्री ने श्रीलंका में बौद्ध धर्म का प्रचार किया। संघमित्रा ने बोधिवृक्ष की शाखा श्रीलंका ले जाकर रोपी।
27. अशोक ने आजीवकों के लिए कौन सी गुफाएँ बनवाईं?
सही उत्तर: (b) कर्ज, चोपार, सुदामा, विश्व झोपड़ी
ये गुफाएँ बराबर पहाड़ियों में बनवाई गईं। अशोक के पौत्र दशरथ ने नागार्जुन गुफा आजीवकों को दी।
28. अशोक के अभिलेखों में किन लिपियों का उपयोग हुआ?
सही उत्तर: (a) ब्राह्मी, खरोष्ठी, ग्रीक, अरमाइक
इन लिपियों में अशोक के अभिलेख लिखे गए। ग्रीक और अरमाइक अभिलेख अफगानिस्तान से मिले।
29. अशोक के अभिलेखों की खोज किसने की?
सही उत्तर: (b) पाब्रेटी फेन्यैलर
1750 ई. में फेन्यैलर ने अभिलेखों की खोज की। जेम्स प्रिन्सेप ने 1837 में इन्हें पढ़ने में सफलता प्राप्त की।
30. अशोक के कितने शिलालेख हैं?
सही उत्तर: (c) 14
अशोक के 14 प्रमुख शिलालेख हैं। ये अभिलेख धम्म नीति और प्रशासन की जानकारी देते हैं।
31. अशोक के पहले शिलालेख में क्या वर्णित है?
सही उत्तर: (a) पशुबलि की निंदा
इसमें पशुबलि की निंदा की गई है। यह अशोक की अहिंसा नीति को दर्शाता है।
32. अशोक के दूसरे शिलालेख में क्या उल्लेख है?
सही उत्तर: (b) मनुष्य और पशु चिकित्सा
इसमें चिकित्सा व्यवस्था का वर्णन है। अशोक ने अस्पताल और औषधालय बनवाए।
33. अशोक के तीसरे शिलालेख में क्या आदेश दिया गया?
सही उत्तर: (b) अधिकारियों को 5 वर्ष में दौरे पर जाने का आदेश
यह प्रशासनिक सुधार का हिस्सा था। यह जनता के कल्याण के लिए था।
34. अशोक के पाँचवें शिलालेख में क्या घोषणा की गई?
सही उत्तर: (a) भेरीघोष के बजाय धम्मघोष
इसमें धर्म-महामात्रों की नियुक्ति का भी उल्लेख है। यह अशोक की धम्म नीति का आधार था।
35. अशोक के छठे शिलालेख में क्या शिक्षा दी गई?
सही उत्तर: (b) आत्म-नियंत्रण
यह नैतिकता पर जोर देता है। अशोक ने जनता को नैतिक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
36. अशोक के सातवें और आठवें शिलालेख में क्या वर्णित है?
सही उत्तर: (b) तीर्थ-यात्राएँ
इनमें अशोक की धार्मिक यात्राओं का उल्लेख है। अशोक ने लुम्बिनी और बोधगया की यात्राएँ कीं।
37. अशोक के तेरहवें शिलालेख में क्या वर्णित है?
सही उत्तर: (a) कलिंग युद्ध और हृदय परिवर्तन
यह अशोक के बौद्ध धर्म अपनाने का कारण दर्शाता है। इसमें पड़ोसी राजाओं का भी उल्लेख है।
38. अशोक का सबसे छोटा स्तम्भलेख कौन सा है?
सही उत्तर: (b) रुम्मिदेई
इसमें लुम्बिनी में भू-राजस्व घटाने की घोषणा है। यह बुद्ध के जन्मस्थान लुम्बिनी से संबंधित है।
39. अशोक का सबसे लंबा अभिलेख कौन सा है?
सही उत्तर: (b) सातवाँ
यह अशोक का सबसे विस्तृत अभिलेख है। इसमें धम्म नीति का विस्तार से वर्णन है।
40. अशोक की माता का नाम क्या था?
सही उत्तर: (b) सुभद्रांगी
सुभद्रांगी अशोक की माता थी। अशोक की पत्नी का नाम देवी था, जिससे महेंद्र और संघमित्रा पैदा हुए।
41. मौर्य साम्राज्य में कितने प्रांत थे?
सही उत्तर: (b) 5
प्रांत थे: उत्तरापथ, अवन्ति, कलिंग, दक्षिणापथ, प्राशी। प्रत्येक प्रांत का प्रशासक कुमार या आर्यपुत्र था।
42. मौर्य प्रशासन की सबसे छोटी इकाई क्या थी?
सही उत्तर: (b) ग्राम
ग्राम का मुखिया ग्रामीक था। 10 ग्रामों का प्रभारी गोप था।
43. मौर्य साम्राज्य में गुप्तचर विभाग का प्रमुख कौन था?
सही उत्तर: (b) महामात्य सर्प
गुप्तचर संस्था और संचार में बँटे थे। गुप्तचरों को गढ़ पुरुष भी कहा जाता था।
44. मेगास्थनीज के अनुसार, मौर्य सेना में कितने अश्वारोही थे?
सही उत्तर: (c) 50,000
सेना में 9,000 हाथी और 8,000 रथ भी थे। यह मौर्य सेना की विशालता को दर्शाता है।
45. मेगास्थनीज ने भारतीय समाज को कितने वर्गों में बाँटा?
सही उत्तर: (c) 7
वर्ग थे: दार्शनिक, किसान, अहीर, कारीगर, सैनिक, निरीक्षक, सभासद। यह सामाजिक संरचना की जटिलता को दर्शाता है।
46. मौर्य साम्राज्य का अंतिम शासक कौन था?
सही उत्तर: (b) बृहद्रथ
बृहद्रथ की हत्या 185 ई.पू. में पुष्यमित्र शुंग ने की। इसके बाद शुंग वंश की स्थापना हुई।
47. मौर्य शासन कितने वर्ष तक रहा?
सही उत्तर: (b) 137
मौर्य शासन 322 ई.पू. से 185 ई.पू. तक रहा। यह प्राचीन भारत का स्वर्ण युग था।
48. मौर्य प्रशासन में बिक्री कर की दर क्या थी?
सही उत्तर: (b) 10%
कर चोरी पर मृत्युदंड था। यह राजस्व का प्रमुख स्रोत था।
49. मौर्य साम्राज्य में नगर प्रशासन कितने सदस्यों के मंडल द्वारा होता था?
सही उत्तर: (c) 30
यह मंडल 6 समितियों में बँटा था। प्रत्येक समिति में 5 सदस्य थे।
50. मौर्य साम्राज्य में सरकारी भूमि को क्या कहा जाता था?
सही उत्तर: (b) सीता भूमि
यह सरकारी नियंत्रण वाली भूमि थी। अदेवमातृक भूमि बिना वर्षा के उपजाऊ थी।