भारतीय नागरिकता: विस्तृत नोट्स

भारतीय नागरिकता एक व्यक्ति और भारतीय राज्य के बीच कानूनी संबंध को परिभाषित करती है। यह संबंध व्यक्ति को कुछ विशेष अधिकार, जैसे मतदान का अधिकार, सार्वजनिक पदों पर नियुक्ति, और मौलिक अधिकारों का लाभ प्रदान करता है, साथ ही कुछ कर्तव्यों का पालन करने की जिम्मेदारी भी देता है। भारतीय संविधान और नागरिकता अधिनियम, 1955 नागरिकता से संबंधित प्रावधानों को नियंत्रित करते हैं। नीचे भारतीय नागरिकता के सभी पहलुओं पर विस्तृत नोट्स दिए गए हैं, जो एक पुस्तक के अध्याय की तरह संरचित हैं।

भारतीय संविधानः नागरिकता

नागरिकता एक व्यक्ति का किसी देश के साथ औपचारिक और कानूनी संबंध है, जो उसे उस देश का नागरिक बनाता है। भारतीय संविधान में अनुच्छेद 5 से 11 (भाग-2) नागरिकता के मूल प्रावधानों को परिभाषित करते हैं, जबकि नागरिकता अधिनियम, 1955 और इसके बाद के संशोधनों में नागरिकता प्राप्त करने, समाप्त करने, और अन्य नियमों का विस्तृत विवरण दिया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य:

  • भारत में एकल नागरिकता (Single Citizenship): भारत में केवल राष्ट्रीय नागरिकता का प्रावधान है, न कि राज्य-स्तरीय नागरिकता। यह अवधारणा इंग्लैंड से ली गई है।
  • दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं: भारत में कोई व्यक्ति एक साथ दो देशों का नागरिक नहीं हो सकता।
  • संसद का अधिकार: संविधान का अनुच्छेद 11 संसद को नागरिकता से संबंधित कानून बनाने का पूर्ण अधिकार देता है।

भारतीय संविधान में नागरिकता के प्रावधान

भारतीय संविधान 26 नवंबर, 1949 को पारित हुआ और 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। संविधान के भाग-2 (अनुच्छेद 5-11) में नागरिकता से संबंधित प्रावधान दिए गए हैं। ये प्रावधान संविधान लागू होने के समय (26 जनवरी, 1950) भारत के नागरिकों को परिभाषित करते हैं।

अनुच्छेद 5: संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता

  • प्रावधान: 26 जनवरी, 1950 को निम्नलिखित व्यक्ति भारत के नागरिक माने गए:
    • भारत में जन्मे व्यक्ति।
    • जिनके माता-पिता में से कोई एक भारत में जन्मा हो और व्यक्ति ने कम से कम 5 वर्ष तक भारत में निवास किया हो।
    • जो भारत में सामान्य रूप से 5 वर्ष से निवास कर रहे हों
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह अनुच्छेद उन लोगों को कवर करता है जो संविधान लागू होने के समय भारत में रह रहे थे।

अनुच्छेद 6: पाकिस्तान से भारत आए व्यक्तियों की नागरिकता

  • प्रावधान: जो व्यक्ति विभाजन के समय पाकिस्तान से भारत आए और भारत में स्थायी रूप से रहने का इरादा रखते थे, उन्हें नागरिकता दी गई।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह प्रावधान 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन के संदर्भ में बनाया गया।

अनुच्छेद 7: भारत से पाकिस्तान गए व्यक्तियों की नागरिकता

  • प्रावधान: यदि कोई व्यक्ति विभाजन के बाद पाकिस्तान गया और बाद में भारत लौटा, तो वह नागरिकता का दावा तभी कर सकता है, यदि वह अनुच्छेद 6 के तहत पात्र हो।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह अनुच्छेद उन लोगों पर लागू होता है जो विभाजन के दौरान दोनों देशों के बीच स्थानांतरित हुए।

अनुच्छेद 8: विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के व्यक्तियों की नागरिकता

  • प्रावधान: विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति, जो भारत के नागरिक के रूप में पंजीकृत होना चाहते हैं, नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह प्रावधान प्रवासी भारतीयों को कवर करता है।

अनुच्छेद 9: स्वेच्छा से विदेशी नागरिकता ग्रहण करने पर समाप्ति

  • प्रावधान: यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता ग्रहण करता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाएगी।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह भारत में एकल नागरिकता के सिद्धांत को दर्शाता है।

अनुच्छेद 10: नागरिकता की निरंतरता

  • प्रावधान: कोई भी व्यक्ति जो संविधान के तहत नागरिक है, वह नागरिकता के लाभों का हकदार रहेगा, जब तक कि कानून द्वारा वंचित न किया जाए।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह नागरिकता की स्थिरता को सुनिश्चित करता है।

अनुच्छेद 11: संसद का अधिकार

  • प्रावधान: संसद को नागरिकता प्राप्त करने, समाप्त करने, और अन्य संबंधित मामलों में कानून बनाने का पूर्ण अधिकार है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: इस अनुच्छेद के तहत नागरिकता अधिनियम, 1955 बनाया गया।

नागरिकता अधिनियम, 1955

नागरिकता अधिनियम, 1955 भारत में नागरिकता से संबंधित सभी नियमों और प्रक्रियाओं का आधार है। इस अधिनियम में समय-समय पर संशोधन किए गए हैं (जैसे 1986, 1992, 2003, 2019)। यह अधिनियम निम्नलिखित पहलुओं को कवर करता है:

1. नागरिकता प्राप्त करने के तरीके

नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत नागरिकता निम्नलिखित तरीकों से प्राप्त की जा सकती है:

(i) जन्म द्वारा (Section 3)

  • 26 जनवरी, 1950 या उसके बाद भारत में जन्मे व्यक्ति नागरिकता के हकदार हैं, बशर्ते उनके माता-पिता में से एक भारतीय नागरिक हो।
  • 1986 संशोधन: 1 जुलाई, 1987 के बाद जन्मे व्यक्तियों के लिए, कम से कम एक माता-पिता का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
  • 2003 संशोधन: 3 दिसंबर, 2004 के बाद जन्मे व्यक्तियों के लिए, दोनों माता-पिता में से एक भारतीय नागरिक होना चाहिए, और दूसरा माता-पिता अवैध प्रवासी नहीं होना चाहिए।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: जन्म द्वारा नागरिकता अब सख्त शर्तों के अधीन है।

(ii) वंशानुक्रम द्वारा (Section 4)

  • यदि किसी व्यक्ति का जन्म भारत के बाहर हुआ, लेकिन उसके माता-पिता में से एक भारतीय नागरिक है, तो वह वंशानुक्रम द्वारा नागरिकता प्राप्त कर सकता है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: बच्चे को भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराना पड़ सकता है।

(iii) पंजीकरण द्वारा (Section 5)

  • कुछ श्रेणियों के व्यक्ति, जैसे भारतीय मूल के लोग, भारत में निवास करने वाले विदेशी, या भारतीय नागरिक से विवाह करने वाले विदेशी, पंजीकरण द्वारा नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: इसके लिए न्यूनतम निवास अवधि (आमतौर पर 7 वर्ष) और अन्य शर्तें पूरी करनी होती हैं।

(iv) देशीयकरण द्वारा (Section 6)

  • कोई विदेशी व्यक्ति, जो भारत में कम से कम 12 वर्षों तक निवास कर चुका हो (पिछले 12 महीनों में लगातार भारत में रहना अनिवार्य), देशीयकरण द्वारा नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है।
  • शर्तें:
    • अच्छा चरित्र।
    • हिंदी या किसी अनुसूचित भाषा का ज्ञान।
    • भारत में स्थायी रूप से रहने का इरादा।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: भारतीय पुरुष से विवाह करने वाली विदेशी महिला देशीयकरण द्वारा नागरिकता प्राप्त कर सकती है।

(v) भूभाग के सम्मिलन द्वारा (Section 7)

  • यदि कोई नया भूभाग भारत का हिस्सा बनता है (जैसे गोवा, दमन-दीव), तो वहाँ के निवासियों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह प्रावधान क्षेत्रीय विस्तार के लिए लागू होता है।

2. नागरिकता की समाप्ति

नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत नागरिकता निम्नलिखित कारणों से समाप्त हो सकती है:

(i) स्वेच्छा से त्याग (Section 8)

  • कोई व्यक्ति स्वेच्छा से अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ सकता है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: इसके लिए औपचारिक घोषणा और सरकार की स्वीकृति आवश्यक है।

(ii) पर्यावसन (Section 9)

  • यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता ग्रहण करता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाती है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह एकल नागरिकता के सिद्धांत को दर्शाता है।

(iii) वंचित किए जाना (Section 10)

  • सरकार कुछ आधारों पर नागरिकता समाप्त कर सकती है, जैसे:
    • देशद्रोह या भारत के प्रति निष्ठा का अभाव।
    • नागरिकता धोखाधड़ी से प्राप्त की गई हो।
    • नागरिक ने संविधान के प्रति असम्मान दिखाया हो।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: यह केवल देशीयकरण द्वारा प्राप्त नागरिकता पर लागू होता है।

3. विशेष प्रावधान

  • लगातार 7 वर्ष तक विदेश में निवास: यदि कोई भारतीय नागरिक लगातार 7 वर्ष तक भारत से बाहर रहता है और भारत सरकार से कोई संपर्क (जैसे पासपोर्ट नवीनीकरण) नहीं रखता, तो उसकी नागरिकता समाप्त हो सकती है।
  • नागरिकता संशोधन अधिनियम, 1992: भारत के बाहर जन्मे बच्चे को, यदि उसकी माँ या पिता भारतीय नागरिक हैं, नागरिकता दी जा सकती है।
  • नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019: इसने बांग्लादेश, पाकिस्तान, और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, और ईसाई शरणार्थियों को, जो 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए, नागरिकता प्रदान करने के लिए विशेष प्रावधान बनाए।

भारतीय नागरिकों के विशेष अधिकार

भारतीय संविधान कुछ अधिकार केवल नागरिकों को देता है, जो गैर-नागरिकों को उपलब्ध नहीं हैं:

  1. मौलिक अधिकार:
    • अनुच्छेद 15: भेदभाव से संरक्षण।
    • अनुच्छेद 16: सरकारी नौकरियों में समान अवसर।
    • अनुच्छेद 19: अभिव्यक्ति, सभा, संघ, आवागमन, निवास, और व्यवसाय की स्वतंत्रता।
  2. राजनीतिक अधिकार:
    • मतदान का अधिकार।
    • संसद और विधानमंडल में सदस्यता।
    • कुछ उच्च सार्वजनिक पदों (राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, न्यायाधीश) की पात्रता।

महत्वपूर्ण तथ्य: गैर-नागरिकों को अनुच्छेद 14 (कानून के समक्ष समता) और अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता) जैसे अधिकार मिल सकते हैं, लेकिन अनुच्छेद 19 के अधिकार केवल नागरिकों के लिए हैं।


एकल नागरिकता का सिद्धांत

  • भारत में एकल नागरिकता का प्रावधान है, जो इंग्लैंड से प्रेरित है।
  • इसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति केवल भारत का नागरिक हो सकता है, न कि किसी राज्य या अन्य देश का।
  • लाभ:
    • राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है।
    • क्षेत्रीय भेदभाव को कम करता है।
  • उदाहरण: संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे देश दोहरी नागरिकता की अनुमति देते हैं, लेकिन भारत नहीं।

नागरिकता अधिनियम के महत्वपूर्ण संशोधन

  1. 1986 संशोधन: जन्म द्वारा नागरिकता के लिए एक माता-पिता का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य किया गया।
  2. 1992 संशोधन: भारत के बाहर जन्मे बच्चों को, यदि माँ या पिता भारतीय हैं, नागरिकता दी गई।
  3. 2003 संशोधन: अवैध प्रवासियों के बच्चों को जन्म द्वारा नागरिकता से वंचित किया गया।
  4. 2019 संशोधन: कुछ धार्मिक समुदायों के शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान।

महत्वपूर्ण तथ्य: संशोधनों ने नागरिकता नियमों को और सख्त किया है।


नागरिकता से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

  • नागरिकता की शुरुआत: संविधान के लागू होने (26 जनवरी, 1950) के साथ नागरिकता प्रावधान प्रभावी हुए।
  • नागरिकता समाप्ति की शर्तें: देशद्रोह, विदेशी नागरिकता ग्रहण, या धोखाधड़ी जैसे आधार।
  • नागरिकता प्राप्ति की शर्तें: जन्म, वंशानुक्रम, पंजीकरण, देशीयकरण, और भूभाग सम्मिलन।
  • संसद की भूमिका: संसद नागरिकता से संबंधित सभी नियम बनाती है।
  • नागरिकता का आधार: राज्य की सदस्यता, न कि धर्म, जाति, या संपत्ति।
  • नागरिकता से वंचित करने की सीमाएँ: निर्वाचन, आपातकाल, या युद्ध के दौरान केवल इस आधार पर नागरिकता नहीं छीनी जा सकती।

महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

1. भारतीय संविधान के तहत नागरिकता से संबंधित प्रावधानों को किस संदर्भ में लागू किया गया था?

(A) स्वतंत्रता प्राप्ति के समय
(B) संविधान सभा के गठन के समय
(C) संविधान लागू होने के समय
(D) भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय

उत्तर: (C) संविधान लागू होने के समय

विश्लेषण:
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 5 से 11 नागरिकता से संबंधित प्रावधान 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के समय प्रभावी हुए, जो उस समय भारत में रहने वाले व्यक्तियों की नागरिकता को परिभाषित करते हैं।


2. नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत देशीयकरण द्वारा नागरिकता प्राप्त करने के लिए न्यूनतम निवास अवधि क्या है?

(A) 7 वर्ष
(B) 10 वर्ष
(C) 12 वर्ष
(D) 5 वर्ष

उत्तर: (C) 12 वर्ष

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 6 के अनुसार, देशीयकरण द्वारा नागरिकता के लिए आवेदक को भारत में 12 वर्ष तक निवास करना होगा, जिसमें पिछले 12 महीने लगातार भारत में रहना अनिवार्य है।


3. निम्नलिखित में से कौन-सा आधार नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत नागरिकता समाप्ति का कारण नहीं है?

(A) स्वेच्छा से विदेशी नागरिकता ग्रहण करना
(B) देशद्रोह का अपराध सिद्ध होना
(C) भारत में संपत्ति बेचना
(D) धोखाधड़ी से नागरिकता प्राप्त करना

उत्तर: (C) भारत में संपत्ति बेचना

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत नागरिकता स्वेच्छा से त्याग, विदेशी नागरिकता ग्रहण, या देशद्रोह जैसे आधारों पर समाप्त हो सकती है, लेकिन संपत्ति बेचना नागरिकता समाप्ति का कारण नहीं है।


4. नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत किन देशों के शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है?

(A) पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका
(B) पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान
(C) नेपाल, भूटान, म्यांमार
(D) बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव

उत्तर: (B) पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान

विश्लेषण:
नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश, और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, और ईसाई शरणार्थियों को, जो 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए, नागरिकता दी जा सकती है।


5. भारतीय संविधान के तहत नागरिकता से संबंधित संसद के अधिकार को कौन-सा अनुच्छेद परिभाषित करता है?

(A) अनुच्छेद 5
(B) अनुच्छेद 9
(C) अनुच्छेद 11
(D) अनुच्छेद 10

उत्तर: (C) अनुच्छेद 11

विश्लेषण:
अनुच्छेद 11 संसद को नागरिकता प्राप्त करने, समाप्त करने, और अन्य संबंधित मामलों में कानून बनाने का पूर्ण अधिकार देता है, जिसके तहत नागरिकता अधिनियम, 1955 बनाया गया।


6. 2003 के नागरिकता संशोधन अधिनियम ने जन्म द्वारा नागरिकता के लिए क्या नई शर्त जोड़ी?

(A) दोनों माता-पिता भारतीय नागरिक हों
(B) एक माता-पिता भारतीय नागरिक हो
(C) एक माता-पिता अवैध प्रवासी न हो
(D) बच्चे का जन्म भारत में हो

उत्तर: (C) एक माता-पिता अवैध प्रवासी न हो

विश्लेषण:
2003 के संशोधन के अनुसार, 3 दिसंबर, 2004 के बाद जन्मे बच्चे को जन्म द्वारा नागरिकता तभी मिलेगी, यदि एक माता-पिता भारतीय नागरिक हो और दूसरा अवैध प्रवासी न हो।


7. भारतीय नागरिकता के संदर्भ में ‘एकल नागरिकता’ का सिद्धांत किस देश से प्रेरित है?

(A) संयुक्त राज्य अमेरिका
(B) कनाडा
(C) इंग्लैंड
(D) ऑस्ट्रेलिया

उत्तर: (C) इंग्लैंड

विश्लेषण:
भारत में एकल नागरिकता का सिद्धांत इंग्लैंड से लिया गया है, जिसके तहत केवल राष्ट्रीय नागरिकता प्रदान की जाती है, न कि राज्य-स्तरीय।


8. निम्नलिखित में से कौन-सा मौलिक अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को उपलब्ध है?

(A) अनुच्छेद 14
(B) अनुच्छेद 21
(C) अनुच्छेद 19
(D) अनुच्छेद 25

उत्तर: (C) अनुच्छेद 19

विश्लेषण:
अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति, सभा, संघ, आवागमन, निवास, और व्यवसाय की स्वतंत्रता जैसे अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को देता है।


9. नागरिकता अधिनियम, 1955 की कौन-सी धारा स्वेच्छा से नागरिकता त्यागने से संबंधित है?

(A) धारा 6
(B) धारा 8
(C) धारा 9
(D) धारा 10

उत्तर: (B) धारा 8

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 8 स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता त्यागने की प्रक्रिया को परिभाषित करती है, जिसमें औपचारिक घोषणा और सरकार की स्वीकृति आवश्यक है।


10. अनुच्छेद 6 के तहत नागरिकता किस संदर्भ में प्रदान की गई थी?

(A) विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के व्यक्तियों को
(B) पाकिस्तान से भारत आए शरणार्थियों को
(C) स्वेच्छा से विदेशी नागरिकता त्यागने वालों को
(D) देशीयकरण द्वारा नागरिकता प्राप्त करने वालों को

उत्तर: (B) पाकिस्तान से भारत आए शरणार्थियों को

विश्लेषण:
अनुच्छेद 6 भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय पाकिस्तान से भारत आए व्यक्तियों को, जो भारत में स्थायी रूप से रहने का इरादा रखते थे, नागरिकता प्रदान करता है।


11. नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत भूभाग के सम्मिलन द्वारा नागरिकता किस धारा के अंतर्गत दी जाती है?

(A) धारा 3
(B) धारा 5
(C) धारा 7
(D) धारा 9

उत्तर: (C) धारा 7

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 7 के तहत, यदि कोई नया भूभाग भारत का हिस्सा बनता है (जैसे गोवा), तो वहाँ के निवासियों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है।


12. निम्नलिखित में से कौन-सी स्थिति में नागरिकता स्वतः समाप्त नहीं होती?

(A) विदेशी नागरिकता ग्रहण करना
(B) देशद्रोह का अपराध सिद्ध होना
(C) विदेश में 2 वर्ष तक रहना
(D) धोखाधड़ी से नागरिकता प्राप्त करना

उत्तर: (C) विदेश में 2 वर्ष तक रहना

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत विदेश में 2 वर्ष तक रहना नागरिकता समाप्ति का कारण नहीं है; इसके लिए 7 वर्ष तक लगातार विदेश में रहना और भारत सरकार से संपर्क न रखना आवश्यक है।


13. नागरिकता संशोधन अधिनियम, 1986 ने जन्म द्वारा नागरिकता के लिए क्या शर्त जोड़ी?

(A) दोनों माता-पिता भारतीय हों
(B) एक माता-पिता भारतीय हो
(C) बच्चे का जन्म भारत में हो
(D) माता-पिता में से कोई अवैध प्रवासी न हो

उत्तर: (B) एक माता-पिता भारतीय हो

विश्लेषण:
1986 के संशोधन के अनुसार, 1 जुलाई, 1987 के बाद जन्मे व्यक्तियों के लिए कम से कम एक माता-पिता का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।


14. भारतीय संविधान के तहत नागरिकता की निरंतरता को कौन-सा अनुच्छेद सुनिश्चित करता है?

(A) अनुच्छेद 5
(B) अनुच्छेद 8
(C) अनुच्छेद 10
(D) अनुच्छेद 11

उत्तर: (C) अनुच्छेद 10

विश्लेषण:
अनुच्छेद 10 यह सुनिश्चित करता है कि संविधान के तहत नागरिकता प्राप्त करने वाला व्यक्ति नागरिकता के लाभों का हकदार रहेगा, जब तक कि कानून द्वारा वंचित न किया जाए।


15. निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार गैर-नागरिकों को उपलब्ध नहीं है?

(A) विधि के समक्ष समता
(B) जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता
(C) सरकारी नौकरियों में समान अवसर
(D) धर्म की स्वतंत्रता

उत्तर: (C) सरकारी नौकरियों में समान अवसर

विश्लेषण:
अनुच्छेद 16 के तहत सरकारी नौकरियों में समान अवसर का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को उपलब्ध है।


16. नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत देशीयकरण द्वारा नागरिकता के लिए आवश्यक शर्तों में शामिल है:

(A) भारत में संपत्ति का स्वामित्व
(B) हिंदी या अनुसूचित भाषा का ज्ञान
(C) विदेशी नागरिकता का पूर्ण त्याग
(D) भारतीय नागरिक से रक्त संबंध

उत्तर: (B) हिंदी या अनुसूचित भाषा का ज्ञान

विश्लेषण:
देशीयकरण द्वारा नागरिकता के लिए आवेदक को हिंदी या किसी अनुसूचित भाषा का पर्याप्त ज्ञान होना चाहिए, जैसा कि नागरिकता अधिनियम, 1955 में उल्लिखित है।


17. भारतीय नागरिकता के संदर्भ में ‘पर्यावसन’ का अर्थ क्या है?

(A) स्वेच्छा से नागरिकता त्यागना
(B) विदेशी नागरिकता ग्रहण करना
(C) देशद्रोह के कारण नागरिकता खोना
(D) भारत में नए भूभाग का सम्मिलन

उत्तर: (B) विदेशी नागरिकता ग्रहण करना

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 9 के तहत, पर्यावसन का अर्थ है स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता ग्रहण करना, जिससे भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाती है।


18. निम्नलिखित में से कौन-सी स्थिति में नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता?

(A) देशद्रोह का अपराध सिद्ध होना
(B) धोखाधड़ी से नागरिकता प्राप्त करना
(C) आपातकाल के दौरान
(D) विदेशी नागरिकता ग्रहण करना

उत्तर: (C) आपातकाल के दौरान

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत, आपातकाल के दौरान केवल इस आधार पर किसी को नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता; इसके लिए विशिष्ट कारण जैसे देशद्रोह या विदेशी नागरिकता ग्रहण करना आवश्यक है।


19. नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत पंजीकरण द्वारा नागरिकता के लिए न्यूनतम निवास अवधि क्या है?

(A) 5 वर्ष
(B) 7 वर्ष
(C) 10 वर्ष
(D) 12 वर्ष

उत्तर: (B) 7 वर्ष

विश्लेषण:
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 5 के तहत, पंजीकरण द्वारा नागरिकता के लिए आवेदक को भारत में कम से कम 7 वर्ष तक निवास करना होगा।


20. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रावधान नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 का हिस्सा नहीं है?

(A) धार्मिक आधार पर शरणार्थियों को नागरिकता
(B) अवैध प्रवासियों की परिभाषा में संशोधन
(C) दोहरी नागरिकता की अनुमति
(D) निवास अवधि में छूट

उत्तर: (C) दोहरी नागरिकता की अनुमति

विश्लेषण:
नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 धार्मिक आधार पर शरणार्थियों को नागरिकता, अवैध प्रवासियों की परिभाषा में बदलाव, और निवास अवधि में छूट प्रदान करता है, लेकिन दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं देता।