जानें कब और कितने दिनों में होगी आरओ एआरओ की परीक्षा

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 के लिए पर्याप्त परीक्षा केंद्र नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते आयोग ने इसे दो दिनों में कराने पर विचार किया है।

दो दिनों में करायेगा आयोग परीक्षा

पीसीएस परीक्षा के बाद आयोग के सामने अगली बड़ी चुनौती समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा 2023 होगी, जिसके लिए और भी अधिक परीक्षा केंद्रों की जरूरत होगी। आरओ/एआरओ परीक्षा पहले 11 फरवरी 2024 को होनी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया। अब यह परीक्षा 22 दिसंबर को दोबारा होगी, जिसमें 10,76,004 उम्मीदवार पंजीकृत हैं।

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पेपर लीक की घटना के बाद सरकार ने परीक्षा केंद्रों के नियम सख्त कर दिए हैं और अब केवल सरकारी और एडेड शिक्षण संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा, क्योंकि निजी स्कूलों और कॉलेजों को केंद्र बनाने पर रोक लग गई है। इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या सीमित हो गई है।

पीसीएस परीक्षा को एक ही दिन में कराने के लिए आयोग विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और इंजीनियरिंग संस्थानों से संपर्क कर रहा है ताकि उन्हें केंद्र बनाया जा सके, लेकिन फिर भी पर्याप्त संख्या में केंद्र मिल पाना मुश्किल लग रहा है।

आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए पहले 58 जिलों में 2,387 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 136 केंद्र प्रयागराज में थे। इस बार, निजी स्कूल-कॉलेजों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा, जिससे परीक्षा को एक दिन में कराना और भी मुश्किल हो जाएगा। आयोग के पास परीक्षा को दो दिन में कराने का विकल्प रहेगा।

यूपीपीएससी की परीक्षाओं में हो रही दिक्कतें

उत्तर प्रदेश में होने वाली सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं को लेकर एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। ये परीक्षाएं लेने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पा रही हैं।
क्यों हो रही है ये समस्या?

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बहुत सारे आवेदन: इन परीक्षाओं के लिए बहुत सारे लोग आवेदन कर रहे हैं, जिसकी वजह से परीक्षाएं लेने के लिए बहुत सारी जगहों की जरूरत है।
परीक्षा पेपर लीक होना: पहले कुछ परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए थे, जिसकी वजह से परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी थीं। इसलिए अब सरकार ने परीक्षाएं कहाँ लेनी हैं, इस बारे में बहुत सख्त नियम बना दिए हैं।
सरकारी भवनों की कमी: ज्यादातर सरकारी भवन पहले से ही इस्तेमाल हो रहे हैं, इसलिए परीक्षाएं लेने के लिए और जगह नहीं मिल पा रही हैं।
निजी स्कूल और कॉलेजों का इस्तेमाल नहीं: पेपर लीक होने की वजह से सरकार ने निजी स्कूल और कॉलेजों में परीक्षाएं लेना बंद कर दिया है।
आने वाली परीक्षाओं में क्या दिक्कतें हो सकती हैं?
पीसीएस परीक्षा: इस परीक्षा के लिए भी बहुत सारे लोग आवेदन कर रहे हैं और जगह की कमी की वजह से एक दिन में परीक्षा लेना मुश्किल हो सकता है।
आरओ/एआरओ परीक्षा: इस परीक्षा के लिए और भी ज्यादा लोग आवेदन कर रहे हैं, इसलिए इस परीक्षा के लिए जगह ढूंढना और भी मुश्किल होगा।
क्या हो सकता है समाधान?
दो दिन में परीक्षा लेना: जगह की कमी की वजह से शायद सरकार को परीक्षाओं को दो दिन में लेना पड़े।
सरल शब्दों में कहें तो, उत्तर प्रदेश सरकार को सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं लेने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह बहुत सारे आवेदन, सख्त नियम और जगह की कमी है।