एक शब्द के लिए अनेक शब्द क्या हैं?
एक शब्द के लिए अनेक शब्द (One-Word Substitutions) वे शब्द होते हैं जो किसी वाक्यांश या पूरे वाक्य का स्थान लेकर भाषा को संक्षिप्त और प्रभावी बनाते हैं। ये प्रतियोगी परीक्षाओं में अंग्रेजी भाषा के खंड में अक्सर पूछे जाते हैं और विद्यार्थियों की शब्दावली (Vocabulary) को मजबूत करने में मदद करते हैं। जैसे-
“जिसके समान कोई न हो” → अद्वितीय
“हृदय की बातें जानने वाला” → अन्तर्यामी
“पृथ्वी, ग्रहों और तारों आदि का स्थान” → अन्तरिक्ष
प्रतियोगी परीक्षाओं में एक शब्द के लिए अनेक शब्द का महत्व
ये शब्द समानार्थी (Synonyms), विलोम (Antonyms) और रिक्त स्थान भरने (Fill in the Blanks) जैसे प्रश्नों में मदद करते हैं।
पढ़ने की समझ (Reading Comprehension) को बेहतर बनाते हैं।
लंबे वाक्यों की जगह एक शब्द का उपयोग करने से निबंध, प्रेसिस राइटिंग और वर्णनात्मक प्रश्नों में समय की बचत होती है।
SUPSSC, UP POLICE, SSC GD, UPPSC, RRB BANK और राज्य PSCs जैसी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं।
उत्तरों को सटीक और पेशेवर बनाने में मदद करता है,
अच्छी तैयारी से 5-10 अंक आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं।

एक शब्द के लिए अनेक शब्द
| Meaning (Description) | Word |
|---|---|
| जिसके समान कोई न हो | अद्वितीय |
| हृदय की बातें जानने वाला | अन्तर्यामी |
| पृथ्वी, ग्रहों और तारों आदि का स्थान | अन्तरिक्ष |
| दोपहर बाद का समय | अपराह्न |
| जिस पर मुकदमा चल रहा हो/अपराध करने का आरोप हो | अभियुक्त |
| जो पहले कभी नहीं हुआ | अभूतपूर्व |
| फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार | अस्त्र |
| जिसकी गिनती न हो सके | अगणित/अगणनीय |
| जिसके आने की तिथि निश्चित न हो | अतिथि |
| कमर के नीचे पहने वाला वस्त्र | अधोवस्त्र |
| जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो | अनिर्वचनीय |
| सबसे आगे रहने वाला | अग्रणी |
| जो बाद में जन्मा हो | अनुज |
| जिसका पता न हो | अज्ञात |
| अण्डे से जन्म लेने वाला | अण्डज |
| जो छूने योग्य न हो | अछूत |
| जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके | अच्युत |
| जो अपनी बात से टले नहीं | अटल |
| जिस पुस्तक में आठ अध्याय हों | अष्टाध्यायी |
| बरसात बिल्कुल न हो | अनावृष्टि |
| बहुत कम बरसात होना | अल्पवृष्टि |
| इंद्रियों की पहुँच से बाहर | अतीन्द्रिय/इन्द्रयातीत |
| जो बीत गया हो | अतीत |
| जिसकी गहराई का पता न लग सके | अथाह |
| जो आज तक से सम्बन्ध रखता है | अद्यतन |
| जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो | अधिकृत |
| वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो | अधिसूचना |
| विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम | अधिनियम |
| अविवाहित महिला | अविवाहिता |
| वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो | अध्यूढ़ा |
| दूसरे की विवाहित स्त्री | अन्योढ़ा |
| पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन | अधित्यका |
| जिसके हस्ताक्षर नीचे अंकित हैं | अधोहस्ताक्षरकर्ता |
| किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला | अनुयायी |
| किसी प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया | अनुमोदन |
| जिसका जन्म निम्न वर्ण में हुआ हो | अंत्यज |
| परम्परा से चली आई कथा | अनुश्रुति |
| जिसका कोई दूसरा उपाय न हो | अनन्योपाय |
| वह भाई जो अन्य माता के उन्पन्न हुआ हो | अन्योदर |
| पलक को बिना झपकाए | अनिमेष/निर्निमेष |
| जो बुलाया न गया हो | अनाहूत |
| जो ढका हुआ न हो | अनावृत |
| जो दोहराया न गया हो | अनावर्त |
| पीछे-पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला | अनुगामी |
| महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैं | अंतःपुर/रनिवास |
| जिसे किसी बात का पता न हो | अनभिज्ञ/अज्ञ |
| जिसका आदर न किया गया हो | अनादरित |
| जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो | अपव्ययी |
| आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना | अपरिग्रह |
| जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध है | अपथ्य |
| जिस वस्र को पहना न गया हो | अप्रहत |
| जो बिना माँगे मिल जाए | अयाचित |
| जो कम बोलता हो | अल्पभाषी/मितभाषी |
| जो बिना वेतन के कार्य करता हो | अवैतनिक |
| जो व्यक्ति विदेश में रहता हो | अप्रवासी |
| जो सहनशील न हो | असहिष्णु |
| जिसका दमन न किया जा सके | अदम्य |
| जिसका स्पर्श करना वर्जित हो | अस्पृश्य |
| जो रचना अन्य भाषा की अनुवाद हो | अनूदित |
| जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र | अकिंचन |
| जो सुना हुआ न हो | अश्रव्य |
| जो साधा न जा सके | असाध्य |
| जो चीज इस संसार में न हो | अलौकिक |
| जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो | अलोकज़ |
| जिसे लाँघा न जा सके | अलंघनीय |
| जिसकी तुलना न हो सके | अतुलनीय |
| जिसकी सबसे पहले गणना की जाये | अग्रगण |
| सभी जातियों से सम्बन्ध रखने वाला | अन्तर्जातीय |
| जिसका खंडन न किया जा सके | अखंडनीय |
| जिसका चिंतन न किया जा सके | अचिंत्य |
| जिसको त्यागा न जा सके | अत्याज्य |
| वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला मूल्य | अधिमूल्य |
| मूलकथा में आने वाला प्रसंग, लघु कथा | अंतःकथा |
| जिसका विरोध न हुआ हो | अनिरुद्ध/अविरोधी |
| जो अनुग्रह (कृपा) से युक्त हो | अनुगृहीत |
| जिस पर आक्रमण न किया गया हो | अनाक्रान्त |
| अनुकरण करने योग्य | अनुकरणीय |
| जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके | अप्रमेय |
| किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा | अभीप्सा |
| जो साहित्य कला आदि में रस न ले | अरसिक |
| जो वध करने योग्य न हो | अवघ्य |
| जो स्त्री सूर्य भी नहीं देख पाती | असूर्यपश्या |
| जो शोक करने योग्य नहीं हो | अशोक्य |
| जो मृत्यु के समीप हो | आसन्नमृत्यु |
| वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो | आगतपतिका |
| जिसकी भुजाएँ घुटनों तक लम्बी हों | आजानुबाहु |
| मृत्युपर्यन्त | आमरण |
| अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला | आत्मश्लाघी |
| ईश्वर में विश्वास रखने वाला | आस्तिक |
| शीघ्र प्रसन्न होने वाला | आशुतोष |
| विदेश से देश में माल मंगाना | आयात |
| सिर से पाँव तक | आपादमस्तक |
| प्रारम्भ से लेकर अंत तक | आद्योपान्त |
| जो अतिथि का सत्कार करता है | आतिथेय/मेजबान |
| दूसरे के हित में अपना जीवन त्याग देना | आत्मोत्सर्ग |
| जिस पर हमला किया गया हो | आक्रांत |
| जिसने हमला किया हो | आक्रांता |
| जिसे सूँघा न जा सके | अनघ्रेय |
| जो जन्म लेते ही गिर या मर गया हो | आजन्मपात |
| पवित्र आचरण वाला | आचारपूत |
| किन्हीं घटनाओं का कालक्रम से किया गया वर्णन | इतिवृत्त |
| इस लोक से संबंधित | इहलौकिक |
| जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो | इंद्रजीत |
| माँ-बाप का अकेला लड़का | इकलौता |
| जो इन्द्रियों से परे हो/जो इन्द्रियों के द्वारा ज्ञात न हो | इन्द्रियातीत |
| उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा | ईशान/ईशान्य |
| पर्वत की निचली समतल भूमि | उपत्यका |
| दूसरे के खाने से बची वस्तु | उच्छिष्ट |
| किसी भी नियम का पालन नहीं करने वाला | उच्छृंखल |
| वह पर्वत जहाँ से सूर्य और चन्द्रमा उदित होते माने जाते हैं | उदयाचल |
| जिसके ऊपर किसी का उपकार हो | उपकृत |
| ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो | उर्वरा |
| जो छाती के बल चलता हो (साँप आदि) | उरग |
| जिसने अपना ऋण पूरा चुका दिया हो | उऋण |
| जिसकी दोनों में निष्ठा हो | उभयनिष्ठ |
| ऊपर की ओर जाने वाला | उर्ध्वगामी |
| नदी के निकलने का स्थान | उद्गम |
| किसी वस्तु के निर्माण में सहायक साधन | उपकरण |
| जो उपासना के योग्य हो | उपास्य |
| मरने के बाद सम्पत्ति का मालिक | उत्तराधिकारी/वारिस |
| सूर्योदय की लालिमा | उषा |
| कुँए के पास का वह जल कुंड जिसमें पशु पानी पीते हैं | उबारा |
| छोटी-बड़ी वस्तुओं को उठा ले जाने वाला | उठाईगिरा |
| जिस भूमि में कुछ भी पैदा न होता हो | ऊसर |
| सूर्यास्त के समय दिखने वाली लालिमा | सन्ध्या |
| विचारों का ऐसा प्रवाह जिससे कोई निष्कर्ष न निकले | ऊहापोह |
| कई जगह से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ | एकीकृत |
| सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा | एषणा |
| वह स्थिति जो अंतिम निर्णायक हो, निश्चित | एकांतिक |
| इंद्रियों को भ्रमित करने वाला | ऐंद्रजालिक |
| सांप-बिच्छू के जहर या भूत-प्रेत के भय को मंत्रों से झाड़ने वाला | ओझा |
| जो उपनिषदों से संबंधित हो | औपनिषदिक |
| विवाहिता पत्नी से उत्पन्न संतान | औरस |
| हड्डियों का ढाँचा | कंकाल |
| दो व्यक्तियों के बीच परस्पर होने वाली बातचीत | कथोपकथन |
| बर्तन बेचने वाला | कसेरा |
| जिसे अपने मत या विश्वास का अधिक आग्रह हो | कट्टर |
| जिसकी कल्पना न की जा सके | कल्पनातीत |
| ऐसा अन्न जो खाने योग्य न हो | कदन्न |
| हाथी का बच्चा | कलभ |
| कर्म में तत्पर रहने वाला | कर्मठ |
| कान में कही जाने वाली बात | कानाफूसी |
| सरकार का वह अंग जो कानून का पालन करता है | कार्यपालिका |
| जो दुःख या भय से पीड़ित हो | कातर |
| बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच की अवस्था | किशोरावस्था |
| जो बात पूर्वकाल से लोगों में सुनकर प्रचलित हो | किंवदन्ती/जनश्रुति |
| अपने काम के बारे में कुछ निश्चय न करने वाला | किंकर्तव्यविमूढ़ |
| वृक्ष लता आदि से ढका स्थान | कुञ्ज |
| किए गए उपकार को मानने वाला | कृतज्ञ |
| किए गए उपकार को न मानने वाला | कृतघ्न |
| जो धन को अत्यधिक कंजूसी से खर्च करता हो | कृपण |
| जिसने संकल्प कर रखा है | कृतसंकल्प |
| जो केन्द्र से हटकर दूर जाता है | केन्द्रापसारी |
| जो केन्द्र की ओर उन्मुख हो | केन्द्राभिसारी/केन्द्राभिमुख |
| सर्प के शरीर से निकली हुई खोली | केंचुली |
| जिसका कुछ ही समय में नाश हो जाए | क्षणभंगुर |
| जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए दिखाई देते हैं | क्षितिज |
| जो भूख मिटाने के लिए बेचैन हो | क्षुधातुर |
| भूख से पीड़ित | क्षुधार्त |
| वह स्त्री जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे | खंडिता |
| जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है | खड्गहस्त |
| नायक का प्रतिद्वन्द्वी | खलनायक |
| जहाँ से गंगा नदी का उद्गम होता है | गंगोत्री |
| शरीर का व्यापार करने वाली स्त्री | गणिका |
| जो आकाश को छू रहा हो | गगनस्पर्शी |
| पहले से चली आ रही परम्परा का अनुपालन करने वाला | गतानुगतिक |
| हर पदार्थ को अपनी ओर आकृष्ट करने वाली शक्ति | गुरुत्वाकर्षण |
| जो बात गूढ़ (रहस्यपूर्ण) हो | गूढ़ोक्ति |
| जीवन का द्वितीय आश्रम | गृहस्थाश्रम |
| गायों के खुरों से उड़ी धूल | गोधूलि |
| जब गायें जंगल से लौटती हैं और उनके चलने की धूल आसमान में उड़ती है (दिन और रात्रि के बीच का समय) | गोधूलि बेला |
| घास खोदकर जीवन-निर्वाह करने वाला | घसियारा |
| जो घृणा का पात्र हो | घृणित/घृणास्पद |
| जिसके सिर पर चंन्द्रकला हो (शिव) | चंद्रचूड़/चंद्रशेखर |
| वह कृति जिसमें गद्य और पद्य दोनों हों | चंपू |
| चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा | चक्रवात |
| ब्याज का वह प्रकार जिसमें मूल ब्याज पर ब्याज लगता है | चक्रवृद्धि |
| जिसके हाथ में चक्र हो | चक्रपाणि |
| चार भुजाओं वाला | चतुर्भुज |
| कार्य करने की इच्छा | चिकीर्षा |
| लंबे समय तक जीने वाला | चिरंजीवी |
| चिंता (चिंतन) करने योग्य बात | चिंतनीय/चिंत्य |
| चार पैरों वाला | चौपाया/चतुष्पद |
| जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो | छदावासी |
| दूसरों के केवल दोषों को खोजने वाला | छिद्रान्वेषी |
| पत्थर को गढ़ने वाला औजार | छैनी |
| बारात ठहरने का स्थान | जनवासा |
| जिसने आत्मा को जीत लिया हो | जितात्मा |
| जानने की इच्छा रखने वाला | जिज्ञासु |
| इन्द्रियों को वश में करने वाला | जितेन्द्रिय |
| जो जीतने के योग्य हो | जेय |
| जेठ (पति का बड़ा भाई) का पुत्र | जेठौत |
| स्त्रियों द्वारा अपनी इज्जत बचाने के लिए किया गया सामूहिक अग्नि प्रवेश | जौहर |
| ज्ञान देने वाली | ज्ञानदा |
| जो ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा रखता हो | ज्ञानपिपासु |
| जनता को सूचना देने हेतु बजाया जाने वाला वाद्य | ढिंढोरा |
| जो किसी भी गुट में न हो | तटस्थ/निर्गुट |
| हल्की नींद | तन्द्रा |
| जो किसी कार्य या चिन्तन में डूबा हो | तल्लीन |
| ऋषियों के तप करने की भूमि | तपोभूमि |
| वह राजकीय धन जो किसानों की सहायता हेतु दिया जाता है | तकाबी |
| जिसमें बाण रखे जाते हैं | तरकश/तूणीर |
| जो चोरी-छिपे माल लाता ले जाता हो | तस्कर |
| दैहिक, दैविक और भौतिक सुख | तापत्रय |
| तैर कर पार जाने की इच्छा | तितीर्षा |
| ज्ञान में प्रवेश का मार्गदर्शक | तीर्थकर |
| वह व्यक्ति जो छुटकारा दिलाता है/रक्षा करता है | त्राता |
| दुखान्त नाटक | त्रासदी |
| भूत, वर्तमान और भविष्य को जानने/देखने वाला | त्रिकालज्ञ/त्रिकालदर्शी |
| जिसके तीन आँखे हैं | त्रिनेत्र |
| वह स्थान जो दोनों भृकुटिओं के बीच होता है | त्रिकुटी |
| तीन महीने में एक बार | त्रैमासिक |
| जो धरती पर निवास करता हो | थलचर |
| गोद लिया हुआ पुत्र | दत्तक |
| संकुचित विचार रखने वाला | दकियानूस |
| दो बार जन्म लेने वाला (ब्राह्मण, पक्षी, दाँत) | द्विज |
| जिसने दीक्षा ली थी | दीक्षित |
| अनुचित बात के लिए आग्रह | दुराग्रह |
| बुरे भाव से की गई संधि | दुरभिसंधि |
| दो विभिन्न भाषाएँ जानने वाले व्यक्तियों को एक-दूसरे की बात समझाने वाला | दुभाषिया |
| जो शीघ्रता से चलता हो | द्रुतगामी |
| जिसे कठिनाई से जाना जा सके | दुर्जेय |
| जिसको पकड़ने में कठिनाई हो | दुरभिग्रह/दुग्राह्य |
| पति के स्नेह से वंचित स्त्री | दुर्भगा |
| वह मार्ग जो चलने में कठिनाई पैदा करता है | दुर्गम |
| जिसमें खराब आदतें हों | दुर्व्यसनी |
| जिसको मापना कठिन हो | दुष्परिमेय |
| जिसको जीतना बहुत कठिन हो | दुर्जेय |
| वह बच्चा जो अभी माँ के दूध पर निर्भर है | दुधमुँहा |
| दूध पर आधारित रहने वाला | दुग्धाहारी |
| जिसका दमन करना कठिन हो | दुर्दमनीय |
| देह से सम्बन्धित | दैहिक |
| देव के द्वारा किया हुआ | दैविक |
| जो धनुष को धारण करता है | धनुर्धर |
| गरीबों के लिए दान के रूप में दिया जाने वाला अन्न-धन आदि | धर्मादा |
| जिसकी धर्म में निष्ठा हो | धर्मनिष्ठा |
| किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु | धरोहर/थाती |
| मछली पकड़कर आजीविका चलाने वाला | धीवर |
| धुरी को धारण करने वाला अर्थात् आधारभूत कार्यों में प्रवीण | धुरंधर |
| अपने स्थान पर अटल रहने वाला | ध्रुव |
| ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य | ध्येय |
| ध्यान करने वाला | ध्याता/ध्यानी |
| गाय को दुहते समय बछड़े का गला बाँधने की रस्सी जो गाय के पैरों में बाँधी जाती है | नवि |
| जो नया-नया आया है | नवागंतुक |
| जिसका उदय हाल ही में हुआ है | नवोदित |
| जो आकाश में विचरण करता है | नभचर |
| जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो | नवोढ़ा |
| ईश्वर में विश्वास न रखने वाला | नास्तिक |
| जो नष्ट होने वाला हो | नाशवान/नश्वर |
| नरक के योग्य | नारकीय |
| वह स्थान या दुकान जहाँ हजामत बनाई जाती है | नापितशाला |
| किसी से भी न डरने वाला | निडर/निर्भीक |
| जिसे कोई इच्छा न हो | निस्पृह |
| केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो | निरामिष |
| जिससे किसी प्रकार की हानि न हो | निरापद |
| जिसके अवयव न हो | निरवयव |
| बिना भोजन (आहार) के | निराहार |
| जो यह मानता है कि संसार में कुछ भी अच्छा नहीं है | निराशावादी |
| जो उत्तर न दे सके | निरुत्तर |
| जिसके कोई दाग/कलंक न हो | निष्कलंक |
| जिसमें कोई कंटक/अड़चन न हो | निष्कंटक |
| बिना किसी बाधा के | निर्बाध |
| जिसको देश से निकाल दिया गया हो | निर्वासित |
| जो ममत्व से रहित हो | निर्मम |
| जिसके हृदय में ममता नहीं है | निर्मम |
| जिसे दया नहीं है | निर्दय |
| जिसे भय न हो | निर्भय |
| जो निर्णय करने वाला हो | निर्णायक |
| जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके | निरुपम |
| जो निन्दा करने योग्य हो | निन्दनीय |
| जिसमें किसी बात का विवाद न हो | निर्विवाद |
| जिसे किसी चीज की लालसा न हो | निष्काम |
| रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्थान | नेपथ्य |
| जो लज्जा से रहित हो | निर्लज्ज |
| जिसमें किसी प्रकार का विकार उत्पन्न न हो | निर्विकार |
| जो नीति के अनुकूल हो | नैतिक |
| आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत करने वाला | नैष्ठिक |
| जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो | नैयायिक |
| पक्षपात करने वाला | पक्षपाती |
| घृत, दुग्ध, दधि, शहद व शक्कर से बनने वाला पदार्थ | पंचामृत |
| पदार्थ का सबसे छोटा कण | परमाणु |
| महीने के दो पक्षों में से एक | पखवाड़ा |
| नाटक का पर्दा गिरना | पटाक्षेप/यवनिकापतन |
| केवल अपने पति में अनुराग रखने वाली स्त्री | पतिव्रता |
| पति को चुनने की इच्छा वाली कन्या | पतिम्वरा |
| उपाय/मार्ग बताने वाला | पथ-प्रदर्शक/मार्गदर्शक |
| अपने पद से हटाया हुआ | पदच्युत |
| जो भोजन रोगी के लिए उचित है | पथ्य |
| घूमने-फिरने/देश-देशान्तर भ्रमण करने वाला यात्री | पर्यटक |
| केवल दूध पर निर्भर रहने वाला | पयोहारी |
| दूसरों पर निर्भर रहने वाला | पराश्रित/पराश्रयी |
| परपुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री | परकीया |
| पति द्वारा छोड़ दी गई पत्नी | परित्यक्ता |
| दूसरे का मुँह ताकने वाला | परमुखापेक्षी |
| जो पहनने लायक हो | परिधेय |
| जो मापा जा सके | परिमेय |
| जो आँखों के सामने न हो | परोक्ष/अप्रत्यक्ष |
| दूसरे पर उपकार करने वाला | परोपकारी/परमार्थी |
| जो पूरी तरह से पक चुका हो/पारंगत हो चुका हो | परिपक्व |
| शरणागत की रक्षा करने वाला | प्रणतपाल |
| वह ध्वनि जो कहीं से टकराकर लौटे | प्रतिध्वनि |
| वह स्त्री जिसके हाल ही में शिशु उत्पन्न हुआ हो | प्रसूता |
| वह आकृति जो किसी शीशे, जल आदि में दिखाई दे | प्रतिबिम्ब |
| प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य | प्रमेय |
| संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय | प्रदोष/पूर्वरात्र |
| ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति | प्रज्ञाचक्षु |
| हाथ से लिखी गई पुस्तक | पाण्डुलिपि |
| किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि | पारिश्रमिक |
| जिसका स्वभाव पशुओं के समान हो | पाशविक |
| मार्ग में खाने के लिए भोजन | पायेय |
| जिसका संबंध पृथ्वी से हो | पार्थिव |
| ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का | प्रागैतिहासिक |
| स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो | प्रायद्वीप |
| जिसको देखकर अच्छा लगे | प्रियदर्शी |
| बार-बार कही गई बात | पुनरुक्ति |
| पहले किया गया कथन | पूर्वोक्त |
| दोपहर से पहले का समय | पूर्वाह्न |
| जीवन का प्रथम आश्रम | ब्रह्मचर्याश्रम |
| बहुत विषयों का जानकार | बहुज्ञ |
| जिसने सुनकर अनेक विषयों का ज्ञान प्राप्त किया हो | बहुश्रुत |
| समुद्र में लगने वाली आग | बड़वानल |
| जो अनेक रूप धारण करता हो | बहुरूपिया |
| बहुत से देवताओं के अस्तित्व में विश्वास करने वाला मत | बहुदेववाद |
| काफी अधिक कीमत का | बहुमूल्य |
| अनेक भाषाओं को जानने वाला | बहुभाषाविद् |
| रात का भोजन | ब्यालू/रात्रिभोज |
| किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग | भग्नावशेष |
| भय के कारण बेचैन | भयाकुल |
| भाग्य पर भरोसा रखने वाला | भाग्यवादी |
| जो भाग्य का धनी हो | भाग्यशाली |
| दीवारों पर बने हुए चित्र | भित्तिचित्र |
| जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो | भूगर्भवेता |
| धरती पर चलने वाला जन्तु | भूचर |
| औषधियों का जानकार | भेषज |
| प्रातःकाल गाया जाने वाला राग | भैरवी |
| भूगोल से संबंधित | भौगोलिक |
| फलों का रस | मकरंद |
| दोपहर का समय | मध्याह्न |
| सर्दी में होने वाली वर्षा | महावट/मावठ |
| हाथी को हाँकने वाला | महावत |
| सुख एवं दुःख में एक समान रहने वाला | मनस्वी |
| जिसकी आँखें मगर जैसी हो | मकराक्ष |
| किसी मत का अनुसरण करने वाला | मतानुयायी |
| दो पक्षों के बीच में पड़कर फैसला कराने वाला | मध्यस्थ |
| मखत्राता/यज्ञरक्षक | मखत्राता |
| जो बहुत ऊँची आकांक्षा/इच्छा रखता हो | महत्वाकांक्षी |
| जिसकी बुद्धि कमजोर है | मन्दबुद्धि/मतिमान्द्य |
| मन का असीम दुःख | मनस्ताप |
| माता की हत्या करने वाला | मातृहंता |
| कम खाने वाला | मिताहारी |
| जो असत्य बोलता हो | मिथ्यावादी |
| जिस स्त्री की आँखे मछली के समान हों | मीनाक्षी |
| मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार | मुद्रास्फीति |
| कमल की डंडी | मृणाल |
| जो रचना किसी व्यक्ति की अपनी स्वयं की हो एवं नई हो | मौलिक |
| जुड़वा भाई या बहन | यमल/यमला |
| पर्दा | यवनिका |
| जब तक जीवन रहे | यावज्जीवन/जीवनपर्यंत |
| युग की जानकारी रखने वाला | युगद्रष्टा |
| यज्ञ-स्थान पर स्थापित किया जाने वाला खंभा | यूप |
| किसानों से भूमि कर लेने वाला सरकारी विभाग | राजस्व विभाग |
| राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र | राजपत्र (गजट) |
| जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई हों | रेखांकित |
| लोभी स्वभाव वाला | लुब्ध/लोभी |
| जिसे देखकर रोगटे खड़े हों जाएँ | लोमहर्षक |
| वंश परम्परा के अनुसार | वंशानुगत |
| जिसके हाथ में वज्र हो | वज्रपाणि |
| बहुत ही कठोर और बड़ा आघात | वज्राघात |
| बचपन और यौवन के मध्य की उम्र | वयसंधि |
| जिसका वर्णन न किया जा सके | वर्णनातीत |
| भाषण देने में चतुर | वाग्मी |
| जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो | वाचस्पति |
| सामाजिक मानमर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला | वामाचारी |
| गृह-निर्माण-संबंधी विज्ञान | वास्तुविज्ञान |
| बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था | वातानुकूलन |
| जिस विषय में निश्चित मत न हो | विवादास्पद |
| वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो | वाग्दत्ता |
| जो दूसरी जाति का हो | विजातीय |
| जिस पर अभी विचार चल रहा हो | विचाराधीन |
| वह स्त्री जो पढ़ी-लिखी व ज्ञानी हो | विदुषी/विवेकी |
| अपना हित-अहित सोचने में समर्थ | विवेकी |
| जिसके अंदर कोई विकार आ गया हो | विकृत |
| जो अपने धर्म के विरुद्ध कार्य करने वाला हो | विधर्मी |
| किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला | विशेषज्ञ |
| विनाश करने वाला | विध्वंसक |
| जिसके शरीर के भाग में कमी हो | विकलांग |
| जो सौ बातें एक साथ याद रख सकता है | शतावधानी |
| जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो | शत्रुघ्न |
| शाक, फल और फूल खाने वाला | शाकाहारी/निरामिष |
| जिस शब्द के दो अर्थ हो | श्लिष्ट |
| शिव का आलय (स्थान) | शिवालय |
| शुभ चाहने वाला | शुभेच्छु/शुभाकांक्षी |
| जो सुनने योग्य हो | श्रव्य/श्रवणीय |
| पति/पत्नी का पिता | श्वसुर |
| पति/पत्नी की माता | श्वश्रू (सास) |
| पति/पत्नी का भाई | श्वशुर्य (साला) |
| जिसके छह कोण हों | षट्कोण |
| छह-छह माह में होने वाला | षण्मासिक |
| सोलह वर्ष की अवस्था वाली स्त्री | षोडशी |
| एक ही माँ से उत्पन्न भाई बहन | सहोदर/सहोदरा |
| सात सौ दोहों का समूह | सतसई |
| जो गुण-दोषों का विवेचन करते वाला | समीक्षक |
| जो सबकुछ जानने वाला | सर्वज्ञ |
| जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो | समदर्शी |
| साहित्यिक गुण-दोषों की विवेचना | समालोचक |
| अन्य लोगों के साथ गया जाने वाला गीत | सहगान |
| उसी समय में होने वाला/रहने वाला | समकालीन |
| जो दूसरों की बात सहन कर सकता हो | सहिष्णु |
| साथ काम करने वाला | सहकर्मी |
| सबको प्रिय लगने वाला | सर्वप्रिय |
| ज्ञान देने वाली देवी | सरस्वती |
| जो अपनी पत्नी के साथ हो | सपत्नीक |
| शर्तों के साथ काम करने का समझौता | संविदा |
| जो सत्य बोलता हो | सत्यवादी/सत्यभाषी |
| जिसका चरित्र अच्छा हो | सच्चरित्र |
| न बहुत ठण्डा न बहुत गर्म | समशीतोष्ण |
| सब कुछ पाने वाला | सर्वलब्ध |
| जो समस्त देशों/स्थानों से संबंधित हो | सार्वभौमिक |
| रथ हाँकने वाला | सारथी |
| जो पढ़ना-लिखना जानता है | साक्षर |
| जो सब जगह विद्यमान हो | सर्वव्यापी |
| जिसकी ग्रीवा सुंदर हो | सुग्रीव |
| जो सोया हुआ हो | सुषुप्त |
| सधवा रहने की दशा या अवस्था | सुहाग |
| पसीने से उत्पन्न जीव (जैसे जूँ आदि) | स्वेदज |
| किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव | स्वर्ण जयंती |
| स्त्री के स्वभाव जैसा | स्त्रैण |
| जिसको सिद्ध करने के लिए अन्य प्रमाणों की जरूरत न हो | स्वयंसिद्ध/स्वतः प्रमाण |
| हवन से संबंधित सामग्री | हवि |
| ऐसा बयान जो शपथ सहित दिया गया हो | हलफनामा |
| दूसरे के काम में दखल देना | हस्तक्षेप |
| किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव | हीरक जयंती |
| यज्ञ में आहुति देने वाला | होता |
| दक्षिण और पूर्व के बीच की दिशा | आग्नेय |
| पूरब और उत्तर के बीच की दिशा | ईशान |
| उत्तर और पश्चिम के बीच की दिशा | वायव्य |
| दक्षिण और पश्चिम के बीच की दिशा | नैऋत्य |
| किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा | अभीप्सा |
| सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा | एषणा |
| कार्य करने की इच्छा | चिकीर्षा |
| जानने की इच्छा | जिज्ञासा |
| जीतने, दमन करने की इच्छा | जिगीषा |
| किसी को जीत लेने की इच्छा रखने वाला | जिगीषु |
| किसी को मारने की इच्छा | जिघांसा |
| भोजन करने की इच्छा | जिघत्सा |
| ग्रहण करने, पकड़ने की इच्छा | जिघृक्षा |
| जिंदा रहने की इच्छा | जिजीविषा |
| ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा | ज्ञानपिपासा |
| तैर कर पार जाने की इच्छा | तितीर्षा |
| धन की इच्छा रखने वाला | धनेच्छु |
| पीने की इच्छा रखने वाला | पिपासु |
| फल की इच्छा रखने वाला | फलेच्छु |
| खाने का इच्छुक | बुभुक्षु |
| जो अत्यधिक भूखा हो | बुभुक्षित |
| मोक्ष की इच्छा रखने वाला | मुमुक्षु |
| खाने की इच्छा | बुभुक्षा |
| मरने की इच्छा | मुमुर्धा |
| मरणासन्न अवस्था वाला/मरने को इच्छुक | मुमूर्षु |
| युद्ध की इच्छा रखने वाला | युयुप्सु |
| युद्ध करने की इच्छा | युयुत्सा |
| शुभ चाहने वाला | शुभेच्छु |
| हित चाहने वाला | हितैषी |
